Thursday 25 August 2016

धर्म बड़ा है या इंसानियत ???

दोस्तों काफी दिनों से सोच रहा था की इंसानियत पे लिखू देश प्रेम पे कुछ लिखू जो आज जा के मकसद पूरा हुआ है l 

 क्या आप जानते है भगवान  ने इस धरती पर सबसे खूबसूरत चीज इंसान बनाई थी l और जो इंसान की इंसान से बाटे वो चीज बनाई थी इंसानो ने "धर्म "मैं  न ही नास्तिक हु और नहीं किसी धर्म के खिलाफ हु l इस ब्लॉग को लिखने का मकसद सिर्फ इतना सा है की इंसानियत से बड़ा कोई धर्म नही होता l  और जिस मुल्क में देश प्रेम और इंसानियत से ज्यादा लोग धर्म को तवज्जु देते हैl  वो मुल्क कभी तरिक्की नही कर सकता l  जहा लोग धर्म को ज्यादा तवज्जु दे ते है वह सिर्फ और सिर्फ लड़ाई और दंगे हो सकते हैl  विकास नही क्योकि आज कल अलग अलग धर्म के लोग सिर्फ यही सोचते है की उनका धर्म सबसे बड़ा है और अच्छा है l देशप्रेम की और इंसानियत की बात तो उनके मुह से छोर ही दीजिये l और धर्म के नाम पे लोगो को बाटने  का सिलसिला तो न जाने सदियो से चला आरहा है l दोस्तों कभी आपने चीन,जापान , अमेरिका , इंग्लैंड में दंगे होते हुए सुने  है कभी नही क्यों की वह के लोग सिर्फ और सिर्फ विकास कैसे हो अपने मुल्क का इसमें लगे रहते है l आप अमेरिका में जायेंगे तो वहां आप की अमेरिकन्स मिलेंगे और जापान में जायेंगे तो जापानी मिलेंगे l  पर अपने  देश का दुर्भाग्य है किया यह पे  आपको हिन्दू ,मुस्लिम , सिख , ईसाई ,जैन, बुद्धिस्ट,पंजाबी , बिहारी, मराठी , गुजरती,तमिलियन, बंगाली, etc मगर हिन्दुस्तानी बहुत  कम मिलेंगे अगर मिलेंगे भी तो या तो इंडिया पाकिस्तान के क्रिकेट मैच पे या फिर राष्ट्रीय त्यौहार पर उसके बाद सो  जायँगे एक साल के लिए l  एक जमाना था जब लोग इंसानियत और देश प्रेम के लिए जण देते थे l मगर आज ये नेक काम फिर्फ हमारी इंडियन फाॅर्स करती है और कोई नही l  आजादी से पहले अगर बात की जाए तो हर माँ एहि चाहती थी मेरा बीटा भगत सिंह, चंद्रेशेखर  सुखदेव, राजगुरु बने l परंतु आज ये हालात है की हमे भगत सिंह जैसे वीर तो चाहये पर वो  भगत सिंह हमारे घर में नही पडोसी के  घर पे जन्म ले  l हम Hindu Muslim Unityआज भी अपने मंदिरो , मस्जिदों , गिरजाघरों में  सीमेंट की बोरिया पहुचाने   से पहले ये नही देखते  की हमारे पडोसी के घर में आटे  की बोरी है या  नही, मंदिरो, मस्जिदों  में दूध और चादर चढाने से पहले यह नही सोचते की कही पडोसी के बच्चे  के लिए दूध है भी या नही किसी गरीब पड़ोसी के पास सोने के लिए चादर है या नहीl मेरा मानना  धर्म चाहे कोई भी हो लेकिन वो लड़ना आपसी बैर नफरत कभी  नही सिखाता l  फिर ये हमारे दिलो में हमारे बच्चो  के मन में हिन्दू मुस्लिम को एक दूसरे से नफरत की भावना से देखने को सिखा  कोन  रहा है l जब कही दंगे तो है तो वह लोग नही हमेशा इंसानियत मरती है l और जहा इंसानियत मर जाये  तो सिर्फ विनाश होता है  विकास नही l लेकिन ऐसा नही है हमारे देश में कुछ ऐसे लोग और स्थान है जहा इंसानियत आज भी जिन्दा है l 


  1.  
Diwali Ramzan

A Nation cannot progress if there is no unity among the followers of different Religions! Religion is t he Bridge that leads the human to the Divine! That which does not change the individual for the better cannot be called Religion!!  -आनंद सिंह राजपूत  


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