हा थोड़ा सा वक्त लगेगा उसे भुलाने में l
क्योकि लगा है अरसा मुझे अपने इश्क़ का अहसाह दिलाने में l
पर इश्क़ मेरा सच्चा था पगली तूने ही देर करदी आज़माने में l
हा थोड़ा सा वक्त लगेगा उसे भुलाने में l
कुंदन सा था मै और वो थी मेरी ज़ोया l
उसने जब बताया की वो किसी और की है तब तनहा बैठ के था रोया l
हा थोड़ा सा वक्त लगेगा उसे भुलाने में l
मै ईश्वर की आरती था वो पाक अल्लाह की अज़ान थी l
वो मेरी और वो किसी और की जान थी l
हा थोड़ा सा वक्त लगेगा उसे भुलाने में l
सजदे मैंने भी किये थे उसे पाने में लेकिन शायद कोई कमी रहगयी उसके मेरे होजाने में l
उसकी किस्मत में तो सिर्फ "Ishraq " था पर इश्क़ मेरा भी क़ुराने पाक था l
हा थोड़ा सा वक्त लगेगा उसे भुलाने में l
वादे किये थे जो उससे की कभी hurt नहीं करूँगा और खुद से भी किये थे की अब याद नहीं करूँगा l
देख अब मशगूल होजाऊंगा वो हर वादा निभाने में l
हा "lshruk " थोड़ा सा वक्त लगेगा तुझे भुलाने में l
Written by - Anand Singh Rajput